
रेसलर्स विवाद में 28 मई को नई संसद भवन के घेराव को लेकर महिलाओं का जत्था शुक्रवार को हिसार से रोहतक के महम में पहुंचा। जहां महिलाएं सरकार पर जमकर बरसीं। उन्होंने कहा कि खट्टर और मोदी सरकार का अंहकार चरम पर है। पहले किसानों को आंदोलन करने पर मजबूर किया। फिर युवाओं से नौकरी छीनी और अब बहन बेटियों की इज्जत पर हाथ डाले जा रहे हैं। इसे सहन नहीं किया जाएगा।
हिसार के बास टोल से दिल्ली तक पहलवानों के समर्थन में पैदल मार्च निकाला जा रहा है। शुक्रवार को महम चौबीसी के ऐतिहासिक चबूतरे पर महम चौबीसी सर्वखाप पंचायत की तरफ से समर्थन दिया। उन्होंने कहा कि पहलवान एक महीने से दिल्ली में धरने पर बैठी हुई हैं, लेकिन सरकार उनकी सुनवाई नहीं कर रही।
पंचायत ने किया महिलाओं का समर्थन :
महम चौबीसी के चबूतरे पर गांव पेटवाड़ से सोनिया दूहन के नेतृत्व में महिलाएं पहुंची थीं। महम सर्वखाप पंचायत के प्रधान मेहर सिंह नंबरदार ने कहा कि चौबीसी सर्वखाप पंचायत व अन्य पंचायत इन महिलाओं के साथ है। 28 तारीख को संसद का घेराव करेंगे। वहीं पंचायत के सचिव रामपाल मास्टर ने कहा सभी पंचायत से बातचीत हो गई है।
उन्होंने कहा कि महिलाओं ने जो क्रांति का बिगुल सरकार के खिलाफ और मंत्री संदीप सिंह के खिलाफ और बृजभूषण के खिलाफ आंदोलन तेज किया है, उनके सभी पंचायत साथ देगी। साथ ही पंचायत सरकार को उखाड़ फेंकने का काम करेगी।
Leave feedback about this